रांची -10 जून की घटना में शामिल गुंडों के फोटो पोस्टर शहर में छप गए लेकिन चंदन मिलने के बाद उसे आननफानन में हटा लिया गया।

Rate this post



रांची -10 जून की घटना में शामिल गुंडों के फोटो पोस्टर शहर में छप गए लेकिन चंदन मिलने के बाद उसे आननफानन में हटा लिया गया।

रांची पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही उत्पीड़ित गुंडों के फोटो वाले पोस्टर, यह बताई वजह……

रांची –10 जून की घटना में शामिल गुंडागर्दी की फोटो लगी पोस्टर जाकिर हुसैन पार्क से सटे टांगें जाने की सूचना मिलने ही लोग जाकिर हुसैन पार्क के पास जुट गए थे। तब भी पोस्टर लगाने वाले सुपरिनेस की घण्टी बीजी और आनन फानन में पोस्टर हटा लिया गया था गया।

10 जून की घटना में शामिल गुंडागर्दी की तस्वीर शहर में चस्पा करने का आदेश महामहिम राज्यपाल रमेश बैश ने दिया था। अब यह सवाल उठता है कि पोस्टर लगाने वाले के पास किसका फोन आया कि पोस्टर हट गए। आया ये किसी को पता नहीं लेकिन सवाल उठना लाजमी है।

पोस्टर लगाने और हटाने की बात जंगल की आग की तरह शहर में फैल गई। लोग तरह-तरह की चर्चाये करने लगे। पोस्टर हटाये जाने की बात पुलिस के आला अधिकारियों के ठिकाने तक पहुंचें फिर क्या था पुलिस प्रशासन ने सुबह प्रेस दिखा कर पोस्टर जारी किया में संशोधन करने की बात कह अपना पल्लाड़ लिया।

बहरहाल देखने वाली बात यह होगी कि कब संशोधन वाली पोस्टर राजधानी में देखें

मिलेगा।

रांची में हुई 10 जून को हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। इस हिंसा में कई पुलिस अधिकारी और जवान भी घायल हुए हैं.

बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने मोहम्मद मोहम्मद पर एक टीवी डिबेट शो के दौरान टिप्पणी की थी। मामला इतना तूल पकड़ चुका था कि कई खाड़ी देशों ने भारतीय राजदूतों को तलब कर अपना विरोध जताया था।

नूपुर ने बाद में अपने बयान वापस ले लिए और जोक हो गए। इसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया, जबकि नव जिंदल को पार्टी से ही निकाल दिया गया। इसके बाद भी प्रदेश सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही थीं।

संविधान और लोकतंत्र के बचाव जरूरी : सोरेन
झारखंड के झारखंड हेमंत सोरेन ने कहा, “हम उन चीजों को देख और सुन सकते हैं जो हमें प्रभावित करती हैं। आज लगभग हर खबर में कुछ छिपी हुई योजनाएं हैं। हमें इसे देखने की जरूरत है। आज के कठिन समय में हमें अपने संविधान में शामिल होना चाहिए।” और लोकतंत्र का बचाव करने की जरूरत है।

सोरेन ने कहा, “मैंने पहले भी कहा था कि देश एक अजीब स्थिति का सामना कर रहा है। हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए और समझ के साथ करना होगा। क्रोध को बार-बार मित्रता की ओर ले जाता है। यह शहर युद्ध का मैदान नहीं है। हमें मौजूदा युद्ध का मैदान नहीं है। स्थिति से बयान होगा।” “सोरेन ने कहा। आप इसे ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है।”

Leave a Comment